भारत की धरती पर दो ऐसे स्थल हैं जो न केवल प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व भी रखते हैं गंगा नदी और हिमालय पर्वत। ये दोनों भारत की आत्मा और संस्कृति के स्तंभ हैं, जो सदियों से लोगों को आकर्षित करते हैं।
परंतु दुर्भाग्यवश भूमि के भगवान कहे जाने वाले हिमालय और पवित्र नदी गंगा की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है।
इसी विषय पर आज हमने एक संवाद का आयोजन किया है।
हमारे साथ हैं "देवभूमि" उत्तराखंड से विधायक किशोर उपाध्याय जी ।
आप उत्तराखंड की टिहरी विधानसभा सीट से तीसरी
बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। आप उत्तराखंड सरकार में मंत्री भी रहे हैं और आपकी पहचान है पर्यावरणविद की। आपने जल, जंगल और जमीन की लड़ाई लड़ी है जो अभी भी जारी है।
धरती पर स्वर्ग जैसी खूबसूरती का प्रतीक माने जाने वाले कश्मीर से हमारे साथ हैं, डॉ. अग्निशेखर जी। आप समकालीन हिंदी कविता के प्रतिष्ठित कवि हैं और निर्वासनचेतना और संवेदना को केन्द्रीयता देने वाले प्रमुख कवि हैं।
आप 'पनुन कश्मीर' के संयोजक हैं और निर्वासित कश्मीरी पंडितों की आवाज़ आपने देशविदेश में उठाई है और तीन दशकों से भी अधिक समय से वे इस कार्य मे लगे हुए हैं।
विद्वान वक्ताओं के साथ हुए पूरे संवाद को 'चुभन पॉडकास्ट' पर सुनें।