समसामयिक विषयों पर आधारित राज्य सभा टीवी की खास पेशकश आज की चर्चा में बात भारत विरोधियों को करार जवाब की। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को लगातार चौथी बार नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आईबीआई ने अपने रुख को नरम रखा है। दिसंबर में भी आरबीआई ने नीतिगत दरों को यथावत रखा था। मार्च और मई 2020 में रेपो रेट में लगातार दो बार कटौती की गई थी। रिजर्व बैंक के इस एलान के बाद रेपो दर 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बनी हुई है। रेपो रेट वह दर है, जिस पर आरबीआई बैंकों को लोन देता है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी का एलान करते हुए कहा कि Monetary Policy Committee ने सर्वसम्मति से रेपो रेट को बरकरार रखने का फैसला किया है। आरबीआई गवर्नर ने वित्त वर्ष 202122 में जीडीपी ग्रोथ रेट 10.5 फीसदी रखने का अनुमान जताया है, वित्त वर्ष 202122 का बजट पेश होने के बाद यह आरबीआई की पहली पॉलिसी है. सेंट्रल बैंक ने पिछले साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में 1.15 फीसदी की कटौती की है। साथ ही चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में खुदरा महंगाई दर का लक्ष्य संसोधित कर 5.2 फीसदी कर दिया है.आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि महंगाई में कमी आई है और यह अब 6 फीसदी के टॉलरेंस लेवल से नीचे आई है. उन्होंने कहा कि समय की मांग अभी ग्रोथ को सपोर्ट करने की है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कैपिसिटी यूटिलाइजेशन सुधरा है. यह इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 63.3 फीसदी रहा जो पहली तिमाही में 47.3 फीसदी था. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी और तेज हुई है.
Guest Name:
1. Ajay Shankar, Former Secretary, DIPP, Ministry of Commerce and Industry, GoI
अजय शंकर, पूर्व सचिव, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय
2. Dr. Brajesh Kumar, Associate. Professor, AJNIFM
डॉ. ब्रजेश कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, AJNIFM
Anchor: Preeti Singh
Producer: Sagheer Ahmad