भारत का नाम आते ही हमारी भव्य और विराट संस्कृति के साथ ही त्यौहारों का चित्र आंखों के सामने आने लगता है। ऐसा ही एक पवित्र त्योहार है भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा जो पूरी दुनिया में अपनी भव्यता और श्रद्धा के लिए मशहूर है। हर साल ओडिशा के पुरी शहर में पारंपरिक रीति रिवाज़ों के साथ बड़े ही धूमधाम से इसे आयोजित किया जाता है। इस विश्व प्रसिद्ध यात्रा में शामिल होने के लिए देशविदेश के लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस रथयात्रा में शामिल होने से मोक्ष की प्राप्ती होती है। ये यात्रा 10 दिनों तक चलती है। इस रथयात्रा में मंदिर के तीनों प्रमुख भगवान, भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा.. तीन भव्य रथों पर विराजमान होकर यात्रा पर निकलते हैं। रथ में किसी भी धातू का इस्तेमाल नहीं किया जाता । ये रथ पवित्र लकड़ियों से बनाया जाता है। 4 जुलाई से ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की पवित्र रथ यात्रा शुरू हो रही है.. जिसमें देश और दुनिया के लाखों श्रद्धालु भाग लेने पहुंचे हुए हैं। इस अवरस पर उपराष्ट्रपति ने भी पूरे देशवासियों को बधाई दी है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि भगवान विष्णु के अवतार भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पूरे देश और समाज को एकजुट करने में मदद करती है। और ये रथ यात्रा अपने आप में अद्वितीय है। आज विशेष के इस अंक में हम बात करेंगे भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की इस पावन पर्व के महत्व की इसके इतिहास की और इससे जुड़ी कहानियों की...
Anchor – Vaibhav Raj Shukla
Producer Rajeev Kumar, Ritu Kumar
Production – Akash Popli
Reporter Mihir Pandey, Bharat Singh Diwakar
Graphics Nirdesh, Girish, Mayank
Video Editor Harish Mourya, Rama Shankar, Narendra Nathani