यूरोपीय देश दशकों से रूस से आयात होने वाली गैस पर निर्भर रहे हैं. यह ऐसी मुसीबत है, जो उन्होंने खुद मोल ली है. इसका सबसे बड़ा अपराधी कौन है? जर्मनी. रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद ही जर्मन सरकार को एहसास हो पाया कि रूस लंबे समय से गैस को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है.
यह सब हुआ कैसे? रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की योजना क्या है? ये फ़िल्में रूस की सबसे बड़ी गैस कंपनी गैज़प्रॉम की पर्दे के पीछे की झलक दिखाती हैं. ये एक साम्राज्य की उत्पत्ति को दर्शाती हैं. सोवियत संघ के पतन से लेकर रूसियों के धन अर्जित करने तक. नवनिर्वाचित राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से लगाए गए प्रतिबंध और उनके शासन की बाद की गिरफ्तारियां और ज़ब्तियां. फिल्म निर्माताओं ने यूक्रेन पर रूस के हमले की शुरुआत से पहले फिल्म की शूटिंग की. एक ऐसा प्रोजेक्ट, जो आज मुमकिन नहीं है. यह फिल्म दर्शकों को दिग्गज ऊर्जा कंपनी गैज़प्रॉम की आंतरिक कार्यप्रणाली की एक झलक दिखाती है.
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